देहरादून। देहरादून के प्रसिद्ध परेड ग्राउंड में पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे । पुष्कर सिंह धामी 23 मार्च को दोपहर 2:30 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। पुष्कर सिंह धामी के साथ उनकी कैबिनेट के सदस्य भी पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह की खास बात ये होगी कि पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जे पी नड्डा सहित भाजपा शासित प्रदेशों के तमाम मुख्यमंत्री भी इसमें शामिल होंगे जिसका सीधा प्रसारण हर जिले में करवाने की तैयारियां हैं इसके साथ ही परेड ग्राउंड के चारों तरफ भव्य एलईडी लगायी गयी हैं जिससे कि लोग इस कार्यक्रम की भव्यता को देख सकें ।
उत्तराखंड में कल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शपथ लेंगे, लेकिन बीजेपी के लिए ये सिर्फ मुख्यमंत्री की शपथ नहीं बल्कि 2024 का आगाज भी होगा। उत्तराखंड में बीजेपी इस शपथ ग्रहण समारोह को इतना मेगा इवेंट बनाने जा रही है जो शायद उत्तराखंड के इतिहास में अबतक के हुए शपथ ग्रहण के दौरान नहीं हुआ होगा।
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बीजेपी इस शपथ ग्रहण समारोह का हर जिले में लाइव प्रसारण करवाएगी। मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई केंद्रीय मंत्रियों के रहने की भी सूचना है। इतना ही नहीं, शपथ ग्रहण समारोह के लिए कई टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों में तीन-तीन सदस्यों को दायित्व सौंपा गया है। यह सदस्य एनजीओ, पूर्व आईपीएस, आईएएस, सेना के अधिकारी, संत समाज, बुद्धिजीवी वर्ग, मुस्लिम धर्म आचार्य, हिंदू धर्म आचार्य, इंजीनियर छात्र ग्रुप, के साथ-साथ तमाम लोग मौजूद रहेंगे जिनका समाज में अलग वजूद है।
उत्तराखंड बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राज्य सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण भेजा था। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड बीजेपी का निमंत्रण स्वीकार किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 मार्च को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहेंगे। इसके साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज चौहान, त्रिपुरा सीएम बिप्लब कुमार देब भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। इस बार जब बीजेपी चुनाव में उतरी तो 10 कैबिनेट मंत्री सरकार में थे। उससे पहले 12 कैबिनेट मंत्री थे। हरक सिंह रावत और यशपाल आर्य के बीजेपी छोड़ने के बाद कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 10 रह गई थी। इस बार ये देखना दिलचस्प होगा कि कितने मंत्री बनाए जाते हैं और कितनों को कैबिनेट का दर्जा मिलता है।
आपको बता दें कि चुनाव से पहले पुष्कर सिंह धामी ने ने यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) की वकालत की थी। उन्होंने प्रदेश में फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर समान नागरिक संहिता को लागू करने की दिशा में कार्य शुरू करने की घोषणा की थी। समान नागरिक संहिता भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे में अहम मुद्दा रहा है। चुनाव हारने के बाद भी धामी ने कहा था वो चाहे मुख्यमंत्री बने या नहीं, फिर भी भाजपा सरकार राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करेगी।