देहरादून। उत्तराखंड शासन से बहुत बड़ी खबर है धामी सरकार ने एक IAS को सस्पेंड कर दिया है। आपको बता दें कि IAS रामविलास यादव को धामी सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। आपको बता दें कि आय से अधिक सम्पत्ति मामले में वो आज ही विजिलेंस के सामने पेश हुए थे।
रिटायरमेंट से पहले ही IAS रामविलास यादव गिरफ्तारी की तलवार लटकती नजर आ रही है। हाईकोर्ट में गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए यादव ने याचिका दायर की थी, लेकिन विजिलेंस परत दर परत तहकीकात कर रही थी, और आखिरकार उनके काले कारनामों का बड़ा खुलासा हो गया।
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विजिलेंस टीम ने 4 ठिकानों पर मारा था छापा
हाल ही के दिनों में विजिलेंस ने उनके ठिकानों पर छापा मारा था। देहरादून, लखनऊ के साथ कुल 4 स्थानों पर बड़ी छापेमारी की कार्रवाई की गई थी, जिसमें आय से अधिक संपत्ति के मामले में कई दस्तावेज भी बरामद हुए थे। विजिलेंस सूत्रों का कहना है कि देहरादून में आय से अधिक संपत्ति मामले में कई अहम कागजात भी बरामद हुए हैं, जिसमें फ्लैट के कागज भी शामिल हैं। इसी तरह से गाजियाबाद के फ्लैट के कागजात भी बरामद हुए हैं. विजिलेंस की जांच में उसकी कीमत तकरीबन 15 करोड़ बताई जा रही है।
आय से 500 गुना अधिक संपत्ति अर्जित करने का है आरोप
आईएएस राम विलास यादव पर यूपी में लखनऊ विकास प्राधिकरण का सचिव रहते हुए आय से 500 गुना अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत कुमार मिश्रा की शिकायत पर उत्तराखंड शासन ने 9 जनवरी 2019 को उनके खिलाफ विजिलेंस में खुली जांच के आदेश दिए थे। यूपी की ओर से उत्तराखंड को सौंपे गए तमाम दस्तावेजों के आधार पर यादव के खिलाफ उत्तराखंड में भी विजिलेंस विभाग ने रिपोर्ट दर्ज की थी।
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