चम्पावत। उपचुनाव के अंतिम सप्ताह में पूरी ताकत झोंकेगी कांग्रेस। चम्पावत में होने वाला उपचुनाव एक तरफ जहाँ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए प्रतिष्ठा का सबब बना हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस की भी परीक्षा का कठिन समय है। आपको बता दें कि इस उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने भी अपनी कमर कस ली है। इसी रणनीति के तहत कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के पक्ष में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत प्रचार करेंगे।

कांग्रेस पार्टी ने रणनीति बनाते हुए पूरे चुनाव क्षेत्र को छोटे-छोटे क्षेत्रों में बांटकर प्रदेश पदाधिकारियों और स्थानीय नेताओं को चुनाव प्रचार का जिम्मा सौंपा है। चम्पावत विधानसभा सीट उत्तराखंड की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, जहां 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी। इस बार चम्पावत विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता को तय करना है।
आपको बता दें कि 2022 के चुनाव में मत प्रतिशत बढऩे से कांग्रेस पार्टी को भविष्य के लिए नई उम्मीदें बंधी हुई हैं। उपचुनाव के परिणाम चाहे कुछ भी हों, लेकिन कांग्रेस के पक्ष में मत प्रतिशत जितना बढ़ेगा, सत्तारूढ़ दल और सरकार के लिए उसे खतरे की घंटी ही माना जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उपचुनाव क्षेत्र को सात सेक्टर में बांटा है। इन सेक्टर की जिम्मेदारी ऐसे प्रांतीय पदाधिकारियों और क्षेत्रीय नेताओं को सौंपी गई है, जो पार्टी के प्रति निष्ठावान माने जाते हैं। पार्टी ने उपचुनाव में इन्हें सक्रिय कर पूरे क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने की कोशिश भी की है। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कार्यकर्ताओं के मनोबल पर भी असर पड़ा है। यह असर उपचुनाव पर न दिखाई दे, इसे ध्यान में रखकर चुनाव प्रचार की रणनीति तय की गई है।
उपचुनाव के लिए मतदान 31 मार्च को
गौरतलब है कि चंपावत उपचुनाव के लिए मतदान 31 मार्च को होने हैं। मैदान में सीएम धामी समेत कुल चार प्रत्याशी मैदान में हैं। कांग्रेस ने निर्मला गहतोड़ी पर भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा है। भाजपा ने सीएम धामी की जीत के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है।
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