Cyber Crime: ऑनलाइन खरीदारी एक आम बात हो चली है लेकिन इसमें अगर ज़रा भी चूक हुई तो आप तुरंत ठगी का शिकार हो सकते हैं। ठगी को ऐसा ही एक केस वसंत विहार थाने में दर्ज किया गया है।
दरअसल इंदिरानगर कॉलोनी निवासी योगेश चंद ने Meesho से कुछ सामान मंगवाया था। सात जुलाई को एक युवक डिलीवरी देने आया और ओटीपी मांगा। पीड़ित मोबाइल में नेटवर्क न होने से ओटीपी नहीं दे पाए।
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ऐसे में डिलीवरी करने वाला वापस चला गया। बाद में मोबाइल पर नेटवर्क आए तो उन्होंने गूगल पर मीशो लोकल डिलीवरी एजेंसी का नंबर ढूंढा। इस दौरान एक नंबर मिला। उस पर संपर्क किया तो उठा नहीं। कटने के बाद एक कॉल आई।
Cyber Crime पीड़ित के खाते से उड़ाए 1.14 लाख
कॉल करने वाले ने खुद को डिलीवरी सर्विस से जुड़ा बताया। उसने मदद का झांसा देते हुए पीड़ित से उनके बैंक खाते, यूपीआई आईडी की जानकारी ली। यह जानकारी महज पांच रुपये के भुगतान पर ली गई। इसके बाद उनके मोबाइल में एनी डेस्क एप डाउनलोड कराया। उससे पीड़ित के मोबाइल का एक्सेस लिया। इसके बाद पीड़ित के खाते से 1.14 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए। पीड़ित ने अपना खाता ब्लॉक कराया तो ठगी रुकी। इसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में तहरीर दी, जिसे वहां से वसंत विहार थाने भेजा गया।
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बहरहाल, शिकायत पर यह केस वसंत विहार थाने में दर्ज किया गया है लेकिन ऑनलाइन खरीददारी करने के समय यह बात जरूर ध्यान में रखें कि आप सावधानी बरतें अपना ओटीपी सोच समझ कर साझा करें और किसी के कहने पर कोई ऐप डाउनलोड न करें, सावधानी ही आपकी सुरक्षा है।
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