देहरादून। देहरादून में पिछले दिनों छापेमारी के दौरान पकड़े गए एक फर्जी कॉल सेन्टर के मामले में एक मीडिया हाउस की संदिग्ध भूमिका सामने आ रही है। बता दें कि अब STF की ओर से विभिन्न खातो में 225 करोड़ की धनराशि के लेन-देन की जानकारी विभिन्न एजेन्सियो से सांझा की गई है।
दरअसल 21 जुलाई को एसटीएफ और साइबर क्राईम की पुलिस टीम द्वारा एक अन्तराष्ट्रीय कॉल सेन्टर पर छापा मारा गया था। छापेमारी के दौरान 1.26 करोड़ रुपये नगद, 250 लैपटॉप व 85 कम्प्यूटर जब्त किये गए थे। इसके साथ ही 14 लोगों को हिरासत में भी लिया गया था। अब तक इन 14 लोगों को जेल भेजा जा चुका है और अन्य संदिग्ध और फरार अभियुक्तों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।
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दरअसल इस कॉल सेंटर से लोगों को फोन जाता था कि उन्होंने बैन पॉर्नसाइट विजिट की है इसलिए उन पर कार्रवाई की जाएगी। बाद में मामला सुलझाने के नाम पर धमकी दी जाती थी और पैसे मंगाए जाते थे। इस कॉल सेंटर से एंटीवायरस, कंप्यूटर अपडेट और अन्य कई टेक्निकल चीजों पर लोगों को फंसा कर मोटी रकम वसूली जा रही थी। जानकारी है कि इस कॉल सेंटर से ज्यादातर भारत से बाहर के देशों के कई लोगों के साथ करोड़ों रुपए की ठगी की जा चुकी है।
एसटीएफ मामले की तह तक पहुंचने के लिए अपनी तफ्तीश में आगे बढ़ रही है और विदेशी एजेसियों से भी संपर्क साध रही है क्योंकि ठगी का ये खेल विदेश में या यूं कह लीजिए कि ज्यादातर भारत से बाहर के देशों के कई लोगों के साथ खेला जा रहा था। इस कॉल सेंटर से अमेरिका और कनाडा के लोगों से बात की जाती थी। उनके कंप्यूटर में एक वायरस भेजकर उसे हैंग कर दिया जाता था। इसके बाद इस समस्या को दूर करने के लिए उनसे डॉलर लेकर उसे ठीक कर दिया जाता था।
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देहरादून में चल रहे इस फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर मामले में अब तक 225 करोड़ रुपये के लेनदेन का पता चला है। इस लेनदेन की जानकारी एसटीएफ ने ईडी, आईबी और अमेरिका में एफबीआई (फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) समेत दस एजेंसियों को भेजी है।
फर्जी कॉल सेंटर मामले में इन एजेन्सियों को STF ने भेजी जानकारी
विभिन्न बैंक खातो के विश्लेषण से अनुमानित 225 करोड़ के संदिग्ध धन के लेनदेन की जानकारी भी इन एजेन्सियों से साझा की गई है।प्रवर्तन निदेशालय (ED), आसूचना ब्यूरो(IB),FBI, केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI), ROC (Registrar of Companies), Department of Telecommunication (DOT), CGST, SGST, राजस्व आसूचना निदेशालय (DRI), इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से जानकारी साझा की गई है।
संदिग्ध मीडिया हाउस पर नज़र, माइक्रोसॉफ्ट ने मुहैया कराई जानकारी
Microsoft Company से भी पत्राचार किया गया है जिनसे टॉल फ्री नम्बरो के सम्बन्ध में दुनियाभर से प्राप्त हजारों शिकायतों की जानकारी मांगी गयी है। माइक्रोसॉफ्ट ने भी एसटीएफ को बहुत सी जानकारी मुहैया कराई है। बता दें कि इस मामले में एक मीडिया हाउस का नाम भी सामने आ रहा है। एसटीएफ की टीम इसकी भी जांच में जुटी हुई है।
फर्जी कॉल सेंटर मामलाः हवाला के माध्यम से Money Laundering की संभावना
इसमें एसटीएफ को मनी लॉड्रिंग होने की बात भी पता चली थी। इसके लिए सरकार को भी जानकारी दी गई थी। अब एसटीएफ को फरार लोगों की तलाश है। साथ ही जिन लोगों की शह पर कॉल सेंटर चल रहा था, उनकी भी तलाश की जा रही है।
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