द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) को देश की 15वीं राष्ट्रपति के तौर पर चीफ जस्टिस एनवी रमना ने शपथ दिलाई। वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं। सुबह सवा 10 बजे द्रौपदी मुर्मू संसद भवन के सेंट्रल हॉल पहुंचीं और देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ ली। उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई।
सादगी भरा जीवन जीने वालीं मुर्मू ने शपथ के दौरान भी अपनी सरलता दिखाईं। हवाई चप्पल और संथाली साड़ी में उन्होंने देश के सर्वोच्च पद की शपथ ली। क्लास की मॉनिटर से लेकर देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाली द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) की सादगी उनके राष्ट्रपति भवन पहुंचने के बाद भी जारी रही। आज जब वह देश की सर्वोच्च पद की शपथ लेने पहुंची तो उनकी सादगी सबको भा गई। संथाली साड़ी, सफेद हवाई चप्पल में संसद के केंद्रीय कक्ष में उन्होंने देश के 15वें राष्ट्रपति की शपथ ली। ओडिशा के मयूरभंज जिले से रायसीना हिल्स की सबसे बड़ी इमारत में कदम रखने वालीं मुर्मू की सरलता में कोई कमी नहीं आई।
अब गरीब सपने देख सकता हैः द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू ने शिक्षक के रुप में भी कार्य किया है। वार्ड काउंसलर से लेकर विधायक फिर राज्यपाल और आज राष्ट्रपति पद तक पहुंची मुर्मू ने इन सबका जिक्र अपने भाषण में किया। जल, जंगल, जलाशय का जिक्र बताता है कि आने वाले दिनों में ये सभी प्राथमिकता के बिंदु होंगे।
कौन हैं द्रौपदी मुर्मू? NDA का ट्रंप कार्ड!
पढ़िए शपथ ग्रहण के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषण के कुछ अंश
“मैं जिस जगह से आती हूं, वहां प्रारंभिक शिक्षा भी सपना होता है। गरीब, पिछड़े मुझे अपना प्रतिबिंब दिखाते हैं। मैं भारत के युवाओं और महिलाओं को विश्वास दिलाती हूं कि इस पद पर काम करते हुए उनका हित मेरे लिए सर्वोपरि रहेगा।
संसद में मेरी मौजूदगी भारतीयों की आशाओं और अधिकारों का प्रतीक है। मैं सभी के प्रति आभार व्यक्त करती हूं। आपका भरोसा और समर्थन मुझे नई जिम्मेदारी संभालने का बल दे रहा है।
मैं पहली ऐसी राष्ट्रपति हूं जो आजाद भारत में जन्मी। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने भारतीयों से जो उम्मीदें लगाई थीं, उन्हें पूरा करने का मैं पूरा प्रयास करूंगी।
राष्ट्रपति के पद तक पहुंचना मेरी निजी उपलब्धि नहीं है, यह देश के सभी गरीबों की उपलब्धि है। मेरा नॉमिनेशन इस बात का सबूत है कि भारत में गरीब न केवल सपने देख सकता है, बल्कि उन सपनों को पूरा भी कर सकता है।’
सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति बनी द्रौपदी मुर्मू
मुर्मू आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली और शीर्ष पद पर काबिज होने वाली सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति होंगी। वह राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी महिला भी हैं। मुर्मू (64) ने विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया। मुर्मू ने निर्वाचक मंडल सहित सांसदों और विधायकों के 64 प्रतिशत से अधिक वैध वोट लेकर जीत दर्ज की। मुर्मू को सिन्हा के 3 लाख 80 हजार 177 वोटों के मुकाबले 6 लाख 76 हजार 803 वोट मिले थे।
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