उत्तराखंड के नैनीताल के लालकुआं में हुई एक दुर्घटना ने पूरे उत्तराखंड को सन्न कर दिया। जिसने ये खबर सुनी वो दुखी हो गया। लालकुआं के सेंचुरी पेपर मिल के छह नंबर बोर्ड प्लांट में राजेश नौकरी करते हैं। राजेश का परिवार पास में ही एक कॉलोनी में रहता है। बताया जा रहा है कि उनकी एक साल की बच्ची पलक आंगन में खेल रही थी। इस दौरान मां का ध्यान पलक से हटकर किसी और काम में लग गया। थोड़ी देर बाद मां ने महसूस किया कि बेटी की कोई भी आवाज़ नहीं आ रही। इसके बाद मां अपनी बेटी की ढूंढ खोज में जुट गई।
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मां साधना परेशान होकर इधर उधर तलाश करने लगी। जब बाथरूम में देखा तो पानी से भरे टब में पलक निढाल पड़ी थी। मां ने मासूम पलक को बाहर निकाला तो उसकी सांसें बेहद कम चल रही थी। साधना ने फौरन अपने पति को इस बारे में खबर की। इसके बाद मासूम पलक को पेपर मिल की डिस्पेंसरी ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने पलक को एंबुलेंस से हलद्वानी के निजी अस्पताल में भिजवाया। हल्द्वानी के निजी अस्पताल में डॉक्टर्स ने पलक को मृत घोषित कर दिया। बेटी की मौत के बाद पलक के माता-पिता बदहवास हालत में हैं। पलक के दो भाई हर्ष और अंशु हैं।