देहरादून। क्या दिन आ गए हैं? सत्ताधारी दल के विधायकों को भी अधिकारी हड़का दे रहें हैं लिहाजा विधायकों को धरने पर बैठना पड़ रहा है। त्रिवेंद्र सरकार में अधिकारियों को मिली इस छूट के चलते अब पार्टी के ही नेताओं में खासी नाराजगी है। ऐसे में आम जनता की ये अधिकारी कितनी सुनेंगे ये अंदाज लगाया जा सकता है।

दरअसल द्वाराहाट से बीजेपी के विधायक महेंद्र सिंह नेगी पिछले काफी दिनों से अपने इलाके के एक पुल के निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी के चक्कर काट रहे थे। अधिकारियों ने भी बीजेपी विधायक को खूब नचाया। विधायक जी विधानसभा सत्र में भाग लेने के लिए देहरादून आए और पीडब्लूयडी के चीफ आरसी पुरोहित के दफ्तर पहुंचे। बीजेपी विधायक ने सोचा कि अब तो काम हो ही जाएगा लेकिन हुआ उल्टा। पीडब्लूयडी चीफ ने उलटा विधायक जी को ही समझा दिया। हालात ये हुए कि बात बनी नहीं। इतने में विधायक जी को गुस्सा आ गया। विधायक जी अधिकारी के दफ्तर में धरने पर बैठ गए।
वहीं पीडब्लूयडी चीफ ने भी विधायक को जरा भी इज्जत नहीं बख्शी। विधायक जमीन पर बैठ कर धरना देते रहे और अधिकारी मजे से अपनी कुर्सी पर बैठ कर बातें करते रहे। एक जनप्रतिनिधि का प्रोटोकॉल समझने की भी अधिकारियों ने जहमत नहीं उठाई।
वीडियो नीचे देखिए
वहीं बीजेपी विधायक महेंद्र सिंह नेगी का आरोप है कि अधिकारी जानबूझ कर उनके इलाके में होने वाले विकास कार्यों में बाधा डाल रहें हैं।
वहीं अब इसका वीडियो वायरल हो रहा है। विधायक इस वीडियो में जमीन पर बैठे हुए दिख रहें हैं और अधिकारी कुर्सी पर बैठे हैं।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद अब त्रिवेंद्र सरकार पर भी सवाल उठ रहें हैं। लोग बाग पूछ रहें हैं कि जब विधायकों से अधिकारी इस तरह से बात कर रहें हैं तो आम जनता की क्या सुनेंगे।
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