उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत अपनी साफगोई के चक्कर में कभी कभी ऐसी बातें कह जातें हैं जो अमूमन एक मुख्यमंत्री के मुंह से कम ही सुनने को मिलती हैं। कई बार वो ऐसे बयानों के चक्कर में विवाद में भी पड़ जातें हैं। अब सीएम रावत के नए बयान को ही ले लीजिए। त्रिवेंद्र रावत ने एक नया बयान देकर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। सीएम रावत ने सोमवार को देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम में दावा किया कि आज के दौर में मां का दूध भी केमिकल्स के चलते दूषित हो चला है तो गंगा के पानी की क्या बात? दरअसल सीएम रावत गंगा को बचाने के लिए रसायनों के कम प्रयोग के बारे में लोगों को जागरुक करना चाह रहे थे। लिहाजा केमिकल्स के कम इस्तमाल की सलाह दे रहे थे। लेकिन इसी बीच उन्होंने गंगा के प्रदूषण के लिए रसायनों को जिम्मेदार बताते हुए मां के दूध को भी दूषित बता दिया। सीएम ने कहा कि मां के दूध में आर्सनिक पाया गया है।
ये बात सीएम ने पहले मंच से कही बाद में पत्रकारों के कैमरों के सामने भी दोहराई। सीएम ने ये दावा एक पुरानी रिपोर्ट के हवाले से किया। हालांकि सीएम ने ये नहीं बताया कि वो किसकी रिपोर्ट थी।
अब सीएम के इस केमिकल लोचा वाले बयान को लेकर चर्चाएं हो रहीं हैं।
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