देहरादून। उत्तराखंड की त्रिवेंद्र कैबिनेट का जल्द ही विस्तार हो सकता है। संभावना जताई जा रही है कि कैबिनेट की दो खाली पडी कुर्सियों पर जल्द ही नए मंत्री बैठे हुए दिख सकते हैं। सीएम त्रिवेंद्र रावत के दिल्ली दौरे से लौटने के बाद से इस बात की चर्चाएं तेज हो गईं हैं। माना जा रहा है कि गढ़वाल और कुमाऊं के एक एक विधायक को मंत्री की कुर्सी सौंपी जा सकती है। ऐसा क्षेत्रीय संतुलन बनाने के लिए किया जा सकता है।
वहीं दायित्वों का बंटवारा भी उत्तराखंड सरकार जल्द कर सकती है। माना जा रहा है कि निकाय चुनावों में निर्दलियों के हाथों मिली हार के बाद बीजेपी ने डैमेज कंट्रोल के लिए सीएम पर दायित्व बंटवारों का दबाव बनाया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत दिल्ली से लौट आए हैं। सूत्रों की माने तो आला कमान ने हालिया निकाय चुनावों में अपेक्षित सीटें न मिलने और खुद सीएम की विधानसभा में बीजेपी के हार जाने पर गहरी चिंता जताई है। पार्टी आलाकमान ने बीजेपी के स्थानीय कार्यकर्तोओं में जोश भरने के लिए दायित्वों के बंटवारे की सलाह भी दी है।
खबरें हैं कि निकाय चुनावों के बाद बीजेपी में गंभीर रूप से अंदरूनी नाराजगियों का दौार जारी है। पार्टी आलाकमान को भी इस बारे में सूचना है। हालात ये हैं कि संगठन और सरकार में भी अंदर ही अंदर तलवारें खिंची हुईं हैं।