एक तरफ जहां लाखों बेरोजगार युवा प्रदेश में नौकरी की राह देख रहे हैं वहीं रोजगार को लेकर एक और तस्वीर सामने आई है। विपक्षी विधायकों के हंगामे के चलते सदन में आज तीसरे दिन भी प्रश्न प्रहर नहीं चल सका। अलबत्ता विधायकों द्वारा पूछे गए तमाम सवालात के जवाब सरकार की ओर से सदन के पटल पर रखे गए।
विधायक खजानदास और सुरेंद्र सिंह जीना के सवालों पर श्रम मंत्री की ओर से सदन को बताया गया कि राज्य में कुल 23 सेवायोजन दफ्तर हैं। इनमें 8,29,139 बेरोजगारों ने नौकरी की प्रत्याशा में पंजीकरण करा रखा है।
राज्य गठन के बाद से अब तक सेवायोजन दफ्तरों के माध्यम से कुल 24,056 बेरोजगारों को रोजगार दिया गया है। सरकार ने यह भी स्वीकार किया कि एक अप्रैल-2014 से बेरोजगारों को रोजगार सह कौशल विकास भत्ता भी नहीं दिया जा रहा है।