उत्तरकाशी में नाबालिग बच्ची को घर से उठा कर गैंगरेप और उसकी हत्या किए जाने के विरोध में उत्तराखंड में आम नागरिकों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। विरोध का दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। लोग आक्रोशित हैं, सड़कों पर उतर रहें हैं। पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हो रही है।
उत्तरकाशी के डुंडा ब्लाक में नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप और हत्या के खिलाफ सोमवार को विरोध और तेज हो गया। हालांकि सोमवार को भारी आक्रोश और नाराजगी के बीच बच्ची का अंतिम संस्कार कर दिया गया। हालांकि लोग पुलिस से खासे नाराज हैं।
वहीं विरोध का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। गंगोत्री में गंगा किनारे पूजा पाठ के काम बंद कर दिए गए हैं। बेहद तनावपूर्ण माहौल में बाजार खुले हैं।
श्रीनगर स्थित गढ़वाल विवि के बिड़ला परिसर में छात्र-छात्राओं ने राज्य सरकार के विरोध में नारे लगाए और मासूम बच्ची को न्याय दिलाने की मांग की। इस दौरान छात्रों ने सीएम मुर्दाबार के नारे भी लगाए। रविवार को भी दुष्कर्म और हत्या के इस मामले में पूरे पहाड़ में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। हैवानों की गिरफ्तारी के लिए पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग और टिहरी जिले में विरोध प्रदर्शन हुए।
नाराज ग्रामीणों ने गंगोत्री हाईवे जाम कर प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों को समझाने के लिए पहुंचे आला पुलिस अधिकारियों को जनता के जबरदस्त आक्रोश का सामना करना पड़ा। हालांकि किसी तरह बच्ची का अंतिम संस्कार करा दिया गया। लेकिन लोग खासे नाराज हैं। वहीं पुलिस के पास तकरीबन 72 घंटे बाद भी कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लग पाया है। पुलिस ने कुछ संदिग्ध मजदूरों और कुछ स्थानीय लोगों को गिरफ्तार किया है जिनसे पूछताछ चल रही है।