पाकिस्तान में छह साल की मासूम बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या करने वाले सीरियल किलर को बुधवार को फांसी पर लटका दिया गया। फांसी देने के दौरान जेल में बच्ची के पिता और दूसरे रिश्तेदार भी मौजूद थे। लाहौर से 50 किमी दूर स्थित कौसर शहर में जनवरी में जैनब अंसारी की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। वह गत चार जनवरी को लापता हुई थी। इसके पांच दिन बाद उसका शव कूड़े के ढेर से बरामद किया गया।
इस घटना के दो हफ्ते बाद पुलिस ने इमरान अली (23) को गिरफ्तार किया। डॉन न्यूज के अनुसार, मौत की सजा पाए इमरान को कोट लखपत सेंट्रल जेल में बुधवार सुबह फांसी दी गई। इस दौरान मजिस्ट्रेट आदिल सरवर और बच्ची के पिता भी मौजूद थे। जैनब के पिता अमीन अंसारी ने कहा, ‘अगर मेरी बेटी जीवित होती तो वह आज सात साल दो महीने की होती।’ उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि फांसी के सजीव प्रसारण की इजाजत नहीं दी गई।
सरेआम फांसी देने की मांग खारिज
अमीन अंसारी ने लाहौर हाई कोर्ट में अर्जी देकर दोषी को सरेआम फांसी देने की मांग की थी। अंसारी की ओर से उनके वकील ने हत्यारे की फांसी का जेल से सजीव प्रसारण किए जाने की की मांग की थी लेकिन अदालत ने यह अर्जी नामंजूर कर दी। जस्टिस सरदार शमीम अहमद और जस्टिस शाहबाज रिजवी की पीठ ने उनकी अर्जी मंगलवार को खारिज कर दी। इसके बाद इमरान को फांसी देने का रास्ता साफ हुआ। एक आतंकी रोधी कोर्ट ने गत सप्ताह उसे 17 अक्टूबर को फांसी पर लटकाने का फैसला सुनाया था।
नौ मामलों में था आरोपित
कौसर का रहने वाला इमरान इस तरह की कई वारदातों में लिप्त था। वह नौ नाबालिगों से दुष्कर्म और हत्या के मामलों में आरोपित था। इसमें चार मामलों में कोर्ट फैसला भी सुना चुका है। गत जनवरी में हुई इस जघन्य घटना पर राष्ट्रव्यापी आक्रोश देखने को मिला था। लोगों ने सड़कों पर उतरकर भारी विरोध प्रदर्शन किया था और आरोपित को सख्त सजा देने की मांग की थी।