कोटद्वार में एक बेहद दर्दनाक वाक्या सामने आया है। यहां दसवीं के एक छात्र ने स्कूल की पढ़ाई के लिए किताबें न मिल पाने से नाराज होकर खुदकुशी कर ली। घटना कोटद्वार भाबर के दुर्गापुर ग्राम पंचायत के खूनीबड़ गांव की है।
बताया जा रहा है कि गांव में रहने वाले रविंद्र सिंह मजदूरी कर अपने परिवार को पालते हैं। उनके दो बेटों और दो बेटियों में सबसे बड़ा बेटा सौरभ (16) दसवीं की छात्र थी। स्कूल खुलने के बाद उसके पास पढ़ने के लिए किताबें नहीं थीं। वह बिना किताबों के ही स्कूल जा रहा था। सहपाठियों के पास किताबें देख वह लगातार अपने पिता से किताबें दिलाने की मांग कर रहा था, लेकिन मजदूर पिता आर्थिक हालात ठीक ने होने से उसे किताबें नहीं दिला पा रहा था।
इसी से नाराज होकर सौरभ ने कमरा बंद कर फंदा लगा कर खुदकुशी कर ली। घर वालों ने काफी देर तक कमरा न खुलने पर जब दरवाजा तोड़ा तो सौरभ को फंदे से लटका हुआ पाया।
घरवालों ने बच्चे के जिंदा होने की उम्मीद पर उसे पंखे से उतारा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। ग्रामीणों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। इस घटना से पूरा गांव सकते में है।