कुमाऊं रेजीमेंट के लांस नायक राजेंद्र भंडारी नहीं रहे। बुधवार को मेघालय में ड्यूटी के दौरान उनका निधन हो गया। बृहस्पतिवार को उनका पार्थिव शरीर देहरादून स्थित उनके आवास पर पहुंचेगा।
भंडारी अपनी पीछे पत्नी के अलावा ग्यारह माह की बेटी को बिलखता छोड़ गए हैं। 12 कुमाऊं रेजीमेंट में लांस नायक भंडारी इन दिनों मेघालय में तैनात थे। बुधवार सुबह साढ़े दस बजे के करीब भंडारी के मौत की खबर आई तो परिवार में मातम छा गया।
अल्मोड़ा के धनिया कोट पालहेड़ी के मूल निवासी भंडारी की पत्नी लक्ष्मी अपनी ग्यारह माह की बेटी के साथ रहतीं थीं। लक्ष्मी, दून अस्पताल में नर्स है। फिलहाल वे मातृत्व अवकाश पर हैं।
भंडारी के ससुर हुकुम सिंह का कहना है कि सुबह सवा छह बजे के करीब बेटी लक्ष्मी की दामाद से आखिरी बार बात हुई थी। उस समय दामाद पीटी परेड से वापस आए थे। उस समय तक वह स्वस्थ थे।
करीब एक घंटे बाद फिर से वीडियोकॉल की गई, लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं मिला। सुबह साढ़े दस बजे के करीब आर्मी की तरफ से फोन पर दामाद भंडारी की हार्ट अटैक से निधन होने की जानकारी दी गई।