हालांकि यशपाल आर्य ने खुद को संभालते हुए ये भी कहा कि यह तभी संभव होगा जब सांसद भगत सिंह कोश्यारी चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्हें हर वर्ग का सहयोग मिलेगा। उन्होंने नैनीताल सीट की हर विधान सभा में काम किया है। आर्य ने कहा वह भाजपा छोड़कर अब किसी भी पार्टी में नहीं जाएंगे।
वहीं यशपाल आर्य के इस बयान के बाद भाजपा में कानाफूसी तेज हो गयी है। भाजपा संगठन के प्रवक्ता और विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने यशपाल आर्य के इस बयान को लेकर कहा कि पार्टी के हर कार्यकर्ता को ये अधिकार है कि वह चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करे। अंतिम फैसला भाजपा का संसदीय बोर्ड ही लेगा।