देहरादून। देश का सबसे बड़ा ‘चौकीदार’ परेड ग्राउंड में भाषण देता रहा और उनकी आंखों के सामने महिलाओं के बैग गायब हो गए। दरअसल देहरादून के परेड ग्राउंड में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली थी। इस रैली में सुरक्षा के मद्देनजर महिलाओं के बैग और पर्स रैली स्थल के पास लगे डोर फ्रेम मेटर डिटेक्टर्स पर ही रखवा लिए गए।
वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने किसी भी महिला को उसके बैग या पर्स रैली स्थल तक नहीं ले जाने दिया। यही नहीं, पुरुषों की जेब से गुटखा और खैनी के पैकेट भी वहीं रखवा लिए गए। जो लोग भूल से काली टीशर्ट या शर्ट पहनकर आ गए थे उन्हें या तो शर्ट उतारने के लिए कह दिया गया या वापस लौटा दिया गया। पानी की बोतलें भी रैली तक नहीं ले जाने दी गईं।
महिलाओं के बैग और पर्स रखने के लिए सुरक्षा कर्मियों ने गत्ते का एक कार्टन मंगवाया और उसी में कई बैग रखवा दिए। उन्हें कहा गया कि रैली के बाद आकर ले लेना।
रैली खत्म होने के बाद महिलाएं और अन्य लोग अपने सामान लेने के लिए पहुंचे। वहां कइयों के बैग और पर्स गायब हो चुके थे। एक महिला फोन चोरी होने का आरोप लगाते हुए भी सुनी गई। जिस गत्ते का कार्टन में बैग रखे गए थे वो तितर बितर था। सामान उसके आसपास बिखरा हुआ था। कुछ महिलाओं के बैग, पर्स, झोले सड़क पर फेंकी हुई मिली। पानी की बोतलें भी फेंकी हुई मिली। ये देखकर महिलाएं खासी नाराज हुईं और उन्होंने पुलिस को भला बुरा कहना शुरू कर दिया।
इस पूरे मामले में सुरक्षाकर्मियों के प्रति सबकी नाराजगी दिखी। रैली में आई महिलाओं का आरोप था कि जब बैग रखवाए गए थे तो उनकी रखवाली भी करनी चाहिए थी।