
ब्रदीनाथ धाम में दर्शन व पूजा अर्चना के बाद राज्यपाल ने बीआरओ के अतिथि गृह में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ केन्द्र पोषित योजनाओं की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने केन्द्रपोषित योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाते हुए शतप्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। इस दौरान राज्यपाल ने आयुष्मान भारत, उज्जवला, पीएम आवास, पीएमजीएसवाई, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था आदि योजनाओं के तहत किये गये कार्यो की जानकारी ली। राज्यपाल ने रोड शेफ्टी के लिए पर्याप्त इंतेजाम करते हुए लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया। चिकित्सा व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए राज्यपाल ने इमरजेंसी के समय आर्मी हाॅस्पिटल के डाक्टरों का भी सहयोग लेने की बात कही। राज्यपाल ने एसएचजी ग्रुप द्वारा तैयार की गये जूट के बैग को भी प्रामोट करने पर जोर देते हुए कहा कि इसके उपयोग से बद्रीनाथ धाम को पाॅलीथीन मुक्त किया जा सकता है।
राज्यपाल ने बद्रीनाथ में डीआरडीए द्वारा संचालित सरस केन्द्र में पंचबद्री प्रसादम् विक्रय स्टाॅल का उद्घाटन भी किया। इस दौरान राज्यपाल ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित स्थानीय उत्पाद व हस्तशिल्प कालीन, पंखी, शाॅल, स्वेटर, टोपी, रिंगाल की टोकरी आदि वस्तुओं का अवलोकन करते हुए जमकर सराहना की और अधिकारियों को महिला स्वयं सहायता समूहों को आत्म निर्भर बनाने को कहा। इसके बाद राज्यपाल ने सीमांत गांव माणा पहुॅचकर स्थानीय महिलाओं से भी मुलाकात की।