आप मानिए या न मानिए लेकिन उत्तराखंड के कुछ नेताओं में प्रतिभा कूट कूट कर भरी है। कम से कम वो चर्चाओं में बने रहना तो खूब जानते हैं। अब हरक सिंह रावत को ही ले लीजिए। हरक सिंह रावत वन और श्रम विभाग की कमान संभाल रहें हैं। पिछले दिनों एक घोषणा हुई, कोटद्वार में 300 बिस्तरों का ईसीआई अस्पताल खोला जाएगा। खूब वाह वाही हुई, चर्चाएं हुईं, लोगों ने हरक सिंह रावत की तारीफ की। लेकिन अब चर्चाओं का दूसरा रूप सामने आ रहा है।
हरक सिंह रावत ने एक बार फिर इस अस्पताल के बनाए जाने की नई घोषणा करा दी है। वो भी दिल्ली में पहुंचकर केंद्रीय मंत्री के द्वारा। दरअसल श्रम विभाग के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए हरक सिंह रावत दिल्ली पहुंचे थे। वहां से खबर प्रचारित की गई कि हरक सिंह के प्रयासों से कोटद्वार में 300 बिस्तरों के मल्टी सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल की स्वीकृति दी गई है। हरक सिंह रावत ने इसके लिए केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार को धन्यवाद भी दिया।

अब इस खबर का दूसरा पहलु समझिए। जिस अस्पताल की स्वीकृति मिलने की बात हरक सिंह रावत कर रहें हैं उस अस्पताल का शिलान्यास तो पहले ही हो चुका है। खुद हरक सिंह रावत ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से इसका शिलान्यास करवाया है। है न दिलचस्प।

अब एक और कहानी सुनिए, जिस अस्पताल की स्वीकृति की बात हरक सिंह रावत कर रहें हैं वो मेडिकल कॉलेज के नाम से काफी समय पहले ही घोषित हो चुका है। कोटद्वार से विधायक और मंत्री रहे कांग्रेसी नेता सुरेंद्र सिंह नेगी भी इसका शिलान्यास कर चुके हैं। है न दिलचस्प। वैसे चलिए एक बार हो, दो बार हो या तीन बार हो बस उम्मीद करिए कि ये अस्पताल बन जाए।