इन्वेस्टर्स समिट-2018 के दूसरे दिन हेल्थ केयर एण्ड विलनेस सेशन में केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि उत्तराखण्ड में धार्मिक पर्यटन, योगा, ध्यान केन्द्र, पंचकर्म, नेचुरोपैथी आदि के क्षेत्र में निवेष की पर्याप्त संभावनाएं हैं। प्रदेष के ऐतिहासिक एवं धार्मिक पर्यटन स्थल पर्यटकों के लिए आकर्षक होंगे तथा योगाभ्यास के लिए ऋषिकेष एवं हरिद्वार के साथ अन्य पर्यटक स्थलों को पसंद करेंगे। उन्होंने कहा कि निवेषक राज्य में पर्यटन एवं योगा केेन्द्र अवस्थापना विकास में बेहिचक अधिकाधिक रूचि दिखायें। उन्होंने कहा कि राज्य के नैसर्गिक सौन्दर्य और आध्यात्मिक स्वरूप और भयमुक्त वातावरण को देखते हुए आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में निवेष कर अपनी महति भूमिका निभायें।
उन्होंने कहा कि हल्द्वानी और अन्य जनपदों में आयुर्वेदिक चिकित्सालयों का निर्माण किया जा रहा है तथा राज्य में सिंगल विण्डों के माध्यम से निवेष के लिए बेहतरीय माहौल बनाया गया है। उन्होंने आनंदा, पतंजलि के साथ-साथ अन्य निवेषकों को भी आयुष, पंचकर्मा, योगा, मसाज आदि चिकित्सा के क्षेत्र में आगे आने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के क्षेत्र में अच्छे निवेष हेतु राज्य द्वारा कई क्षेत्रों में षिथिलीकरण भी कर दिया गया है और बेहतर निवेष हेतु सब्सिडी की सहायता भी निवेषकों को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि 50 करोड़ लोगों को 5 लाख तक की चिकित्सा हेतु बीमा किया गया है साथ ही 1300 करोड़ रूपये की धनराषि का प्राविधान विलनेष सेन्टरों के लिए किया है तथा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में भी धनराषि का प्राविधान कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि योजना के संचालन के लिए आरोग्य मित्रों का भी रखा गया है।