क्या सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत उस ‘विधायक’ का पता लगा पाएंगे जिसके अवैध खनन सामग्री से भरे ट्रकों को पुलिस छोड़ देती है? ये एक सहज सवाल है क्योंकि मुख्यमंत्री हमेशा से जीरो टालरेंस की दुहाई देते रहें हैं। ऐसे में एक विधायक के अवैध खनन में लिप्त होने की आशंकाओं के बीच संभवत: ये सीएम की स्वयं की जिम्मेदारी बनती है कि वो इस मसले पर पहल करें और पता करें कि राज्य का वो कौन सा ‘विधायक’ है जो अवैध खनन में लिप्त है। क्या सीएम ये साहस कर पाएंगे? क्या सीएम ये साहस दिखा पाएंगे कि वो ‘ऊपरवाला’ कौन है जिससे बात हो जाने पर पुलिस पीछे हट जाती है?
क्या है ‘विधायक’ का कनेक्शन
दरअसल हाल ही में नैनीताल जिले के बेतालघाट थाने के थानाध्यक्ष रोहिताश सागर और एसआई सादिक हुसैन की मोबाइल पर हुई एक बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ। इसमें थानाध्यक्ष रोहिताश सागर एसआई सादिक हुसैन को फोन कर अवैध खनन में पकड़े गए सात डंपर एक विधायक के होने की बात कहकर उन्हें छोड़ने की बात कहते हुए सुनाई दे रहे हैं। साथ ही थानाध्यक्ष की ओर से एसआई को बताया जा रहा है कि विधायक ने ऊपर स्तर पर वार्ता कर ली है।
सुनिए वायरल ऑडियो क्लिप –
थानाध्यक्ष कहते हैं, तुम उन वाहनों को बिना थाने लाए छोड़ दो। ऑडियो में एसआई थानाध्यक्ष से कह रहे हैं कि अवैध खनन तो गलत है और अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन थानाध्यक्ष विधायक की बात होने का हवाला देकर डंपर छोड़ वापस थाने आने की बात कहकर फोन काट देते हैं।
हो गए लाइन हाजिर
ये ऑडियो वायरल होने के बाद एसएसपी ने दोनों पुलिसवालों को सस्पेंड कर जांच के आदेश दे दिए। एक तथ्य ये भी है कि सादिक हुसैन का ऑडियो वायरल होने के पांच दिनों पहले ही ट्रांसफर भी किया गया था। अब जांच हो रही है।
कौन है वो ‘विधायक’ और ‘ऊपरवाला’?
कौन है वो ‘विधायक’ और ‘ऊपरवाला’? इस सवाल का जवाब अब उच्च स्तर पर ही मिल सकता है। सरकार चाहे तो स्वत: संज्ञान लेते हुए ये पता कर सकती है कि वो ‘विधायक’ कौन है जिसके अवैध खनन सामग्री से भरे डंपरों को पुलिस छोड़ रही है। वो कौन सा ‘विधायक’ है जो खुले आम अवैध खनन करवा रहा है और जिसे कानून का जरा भी खौफ नहीं हैं। फिर क्या सरकार क्या से पता कर पाएगी कि वो कौन है जो ‘ऊपरवाला’ है और उसके एक इशारे पर पुलिस पीछे हट जाती है और अवैध खनन कारोबारी आगे बढ़ जाते हैं।
https://www.khabardevbhoomi.com/slider/this-dm-from-uttarakhand-slept-in-class-room/